यात्रा और यात्री का आख्यानः अन्तिम अरण्य – डॉ. शिवानी गुप्ता
Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI यात्रा और यात्री का आख्यानः अन्तिम अरण्यडॉ0 शिवानी गुप्ताभाषायी सादगी और रोमानियत ...
Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI यात्रा और यात्री का आख्यानः अन्तिम अरण्यडॉ0 शिवानी गुप्ताभाषायी सादगी और रोमानियत ...
अनहद कोलकाता साहित्य और कलाओं की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है। डिजिटल माध्यम में हिंदी में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘अनहद कोलकाता’ का प्रकाशन 2009 से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है। यह पत्रिका लोकतांत्रिक मूल्यों और प्रगतिशील चेतना के प्रति प्रतिबद्ध है। यह पूर्णतः अव्यवसायिक है। इसे व्यक्तिगत संसाधनों से पिछले 12 वर्षों से लागातार प्रकाशित किया जा रहा है। अब तक इसके 500 से भी अधिक एकल अंक प्रकाशित हो चुके हैं।
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2009-2022 अनहद कोलकाता by मेराज.